भारत और कई अन्य देशों ने पाकिस्तान पर कार्रवाई का दायरा अब सिर्फ जमीन तक नहीं, बल्कि आसमान और समुद्र तक फैला दिया है। विश्व स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति के तहत अब उसके विमानों को नो-फ्लाई ज़ोन में डाले जाने की तैयारी हो रही है। इसका मतलब है कि पाकिस्तान के विमानों को कई देशों के हवाई क्षेत्रों से गुजरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके अलावा, समुद्री क्षेत्र में भी पाकिस्तान के जहाजों पर सख्ती की योजना बनाई जा रही है। वैश्विक समुद्री मार्गों पर निगरानी बढ़ाई जा रही है, जिससे संदिग्ध जहाजों की पहचान और कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। यह कदम पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने और हालिया उकसावेभरे बयानों के बाद उठाए जा रहे हैं।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को “रॉग स्टेट” (दुष्ट राष्ट्र) घोषित करने की मांग को भी और मजबूत किया है। रक्षा और विदेश मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि ये कूटनीतिक और सुरक्षा के मोर्चे पर पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती साबित होंगे।