हाल ही में पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए सख्त संदेश और सैन्य कार्रवाई की संभावनाओं ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। भारत की ओर से आतंक के खिलाफ उठाए जा रहे निर्णायक कदमों और सेना को मिली ‘खुली छूट’ से घबराए पाकिस्तान ने अब दुष्प्रचार और फर्जी प्रोपेगेंडा का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तानी मीडिया और सरकारी सूत्र अब भारतीय सैन्य बलों के खिलाफ झूठी खबरें और भ्रामक वीडियो फैला रहे हैं, ताकि अंतरराष्ट्रीय मंच पर सहानुभूति हासिल की जा सके और भारत की छवि को धूमिल किया जा सके। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर यह दुष्प्रचार तेज़ी से फैलाया जा रहा है।
भारत सरकार ने इन प्रयासों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई समझौता नहीं होगा। भारतीय सेना सतर्क है और सीमाओं पर पूरी मुस्तैदी से तैनात है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह पाकिस्तान की बौखलाहट और उसकी रणनीतिक कमजोरी का संकेत है।