लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला। विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से सीधे जवाब की मांग करते हुए सदन में जमकर नारेबाज़ी की। विपक्ष का आरोप है कि SIR (Strategic Intelligence Report) में जिस प्रकार से महिलाओं को फर्जी विवाह और जासूसी नेटवर्क का हिस्सा बनाकर शोषण की बात सामने आई है, उस पर सरकार की चुप्पी चिंता का विषय है।
कांग्रेस, टीएमसी, सपा और डीएमके समेत INDIA गठबंधन के सदस्यों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा की मांग को लेकर वेल तक पहुंचकर प्रदर्शन किया। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि रिपोर्ट में सेना और खुफिया तंत्र की सुरक्षा से संबंधित गंभीर खामियों का उल्लेख है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि सरकार समय आने पर विस्तृत जवाब देगी, लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते स्पीकर को कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। अब सवाल यह है कि क्या इस संवेदनशील मुद्दे पर संसद में सार्थक बहस हो पाएगी या राजनीतिक बयानबाज़ी में यह मामला भी दब जाएगा?