आज, 1 अगस्त 2025, संसद के मानसून सत्र के 10वें दिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही केवल कुछ ही मिनटों तक चली। इसके तुरंत बाद लोकसभा को 2 बजे (शाम) तक स्थगित कर दिया गया, और राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक बैठनी थी लेकिन बाद में उसे सोमवार, 4 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया ।
विपक्ष की नाराजगी का मुख्य कारण था बिहार में विशेष सघन मतदाता संशोधन (SIR)—जिसमें वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर नामों को हटाए जाने का आरोप है। कांग्रेस, DMK, SP, TMC, NCP, शिवसेना (UBT), RJD व RSP जैसे INDIA ब्लॉक दलों ने लोकसभा स्पीकर को संयुक्त रूप से मांग पत्र सौंपा और SIR पर विशेष चर्चा की मांग की ।
राज्यसभा में भी कई सांसदों ने Rule 267 के तहत विशेष बैठक बुलाने की मांग की, लेकिन धर्मनिरपेक्ष भाजपा सरकार के अनुसार ये मांगें खारिज कर दी गईं, जिसके बाद सदन में गर्दिश व नारेबाजी शुरू हो गई ।
सांसदों ने देश के लोकतंत्र और चुनावी प्रणाली को सुरक्षित रखने की अपील करते हुए ‘SIR लोकतंत्र पर हमला’ जैसे नारे लगाए। ऐसे माहौल में संसद की कोई बहस नहीं हो सकी, और पहले सप्ताह की कार्यवाही पूरी तरह से बेरुखीपूर्ण रही ।
इस प्रकार, विपक्षीय विरोध और मांगों के बीच मानसून सत्र का दसवाँ दिन भी विवादग्रस्त और असफल साबित हुआ, जब तक कि मनमानी स्थगन की प्रक्रिया नहीं हुई, संसद का शेष एजेंडा भी ठप रहा।