लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार की सुबह संसद का मानसून सत्र फिर से हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बीच दिन 13 पर स्थगित कर दिया गया। दोनों सदन दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किए गए, क्योंकि विपक्ष के सदस्यों ने असंयमित तरीके से सदन की कार्यवाही बाधित की ।
विपक्षी दलों की मुख्य मांग है—विशेष गहन संज्ञान (SIR) के अंतर्गत बिहार की मतदाता सूची में संशोधन पर संसद में चर्चा की जाए। कांग्रेस, DMK, TMC, RJD समेत INDIA ब्लॉक के अनेक सांसद इस मुद्दे पर “हमारा वोट, हमारा अधिकार, हमारी लड़ाई” के नारों के साथ सदन में जलसाल अभियान चला रहे हैं ।
राज्यसभा में भी स्थिति तनावपूर्ण रही, सांसदों ने CISF कर्मियों की राज्यसभा में तैनाती के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र की मर्यादा पर हमला बताया, जबकि अधिकारियों ने कहा कि केवल मार्शल ही सदन में मौजूद थे ।
इसके बावजूद, सरकार ने कुछ विधेयकों को धक्का देते हुए पारित किया। राज्यसभा में मणिपुर में राष्ट्रपति शासन विस्तार की प्रस्तावना पारित की गई और लोकसभा में गोवा में अनुसूचित जनजातियों के लिए विधानसभा सीटें बढ़ाने वाला विधेयक अनुमोदित हुआ ।
संसद सत्र अब तक लागू संचालित नहीं हो पाया है—मुख्य विधेयक जैसे National Sports Governance Bill, National Anti‑Doping (Amendment) Bill आदि चर्चा में तक नहीं आ सके हैं ।