प्रधान मन्त्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को लाल किले से दिए अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में ‘Mission Sudarshan Chakra’ की घोषणा की—एक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय सुरक्षा पहल जिसका उद्देश्य अगले दशक में देश की रक्षा क्षमताओं को नई ऊँचाइयों तक ले जाना है। इस रक्षा प्रणाली के तहत 2035 तक रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों, धार्मिक स्थलों और अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों को अत्याधुनिक तकनीक के ज़रिए सुरक्षा कवच में शामिल किया जाएगा ।
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि यह मिशन पूरी तरह स्वदेशी शोध और तकनीकी विकास पर आधारित होगा, जिससे आत्मनिर्भर भारत का गौरव स्थापित होगा । उन्होंने महाभारत में भगवान कृष्ण द्वारा सूर्य को अवरुद्ध करने की आकांक्षा से इस रक्षा प्रणाली का प्रतीकात्मक नामकरण करते हुए कहा कि ‘आज हमें भी सामने आने वाले खतरों से अपनी महत्वपूर्ण संस्थाओं को इसी तरह बचाना है’ ।
मोदी ने इसे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे में क्रांति के रूप में पेश करते हुए कहा कि यह दुश्मन की हरकतों पर “सटीक जवाब और प्रहार” देने में सक्षम होगा । इस प्रकार, ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ आत्मनिर्भर रक्षा, आधुनिक तकनीक और भारत की संपूर्ण सुरक्षा को सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल साबित होगा।