प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांगड़ा का दौरा किया और हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई बारिश आपदा के पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एक साल की नितिका से भी मुलाकात की, जो मंडी जिले के गोहर क्षेत्र में 30 जून को आई बादल फटने की आपदा में अपने माता-पिता और दादी को खो बैठी थी।
नितिका उस समय सिर्फ 11 महीने की थी और घर के रसोईघर में सो रही थी, जबकि उसके परिवार के सदस्य घर के बाहर कीचड़ हटाने का प्रयास कर रहे थे। बादल फटने के कारण आई बाढ़ में वे सभी बह गए, लेकिन नितिका सुरक्षित रही। राज्य सरकार ने नितिका को “राज्य की संतान” घोषित किया है और उसकी शिक्षा व जीवनयापन के लिए सभी खर्चों का वहन करने का वचन लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांगड़ा में अधिकारियों के साथ बैठक की और आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य को आपदा राहत और पुनर्वास के लिए ₹1500 करोड़ की सहायता राशि देने की घोषणा की।
इसके अतिरिक्त, मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने का भी ऐलान किया। उन्होंने अधिकारियों को राहत सामग्री और पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस दौरे से प्रधानमंत्री मोदी की संवेदनशीलता और प्रभावितों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।