प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हिमाचल प्रदेश और पंजाब का दौरा शुरू किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार इस दुख की घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।” प्रधानमंत्री ने दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के लिए प्रस्थान करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर यह संदेश साझा किया।
हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री ने धर्मशाला में राज्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद, उन्होंने पंजाब के गुरदासपुर जिले का हवाई सर्वेक्षण किया और वहां के अधिकारियों के साथ बैठक की। गुरदासपुर में प्रधानमंत्री ने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और आपदा मित्र टीमों के साथ राहत कार्यों की समीक्षा की।
पंजाब में बाढ़ से अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है, और 4.5 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। कृषि मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने “ऑपरेशन राहत” शुरू किया है, जिसके तहत प्रभावित गांवों में घरों की मरम्मत, स्वच्छता अभियान और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
इस दौरान, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अमन अरोड़ा ने प्रधानमंत्री से ₹20,000 करोड़ के राहत पैकेज की मांग की है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों को तत्काल सहायता की आवश्यकता है और केंद्र सरकार को राज्य के लंबित ₹60,000 करोड़ के फंड जारी करने चाहिए।