आज, 9 सितंबर 2025 को भारत के नए उपराष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान का आयोजन संसद भवन, नई इमारत में प्रारंभ हुआ। यह चुनाव तत्काल हुआ है, क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से 21 जुलाई 2025 को इस्तीफा दिया था।
इस मताधिकार प्रक्रिया में दो प्रमुख उम्मीदवार हैं: एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन, जो कि भाजपा के अनुभवी नेता हैं, और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ की ओर से न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी, जो सुप्रीम कोर्ट में कई अहम फैसला दे चुके हैं।
आज सुबह सबसे पहले मतदान करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे, जिसने इस चुनाव को प्रतिष्ठित और संवैधानिक प्रक्रिया बताते हुए अपना मताधिकार पूरा किया। इस चुनाव में गुप्त मतदान (सीक्रेट बैलट) पद्धति अपनायी गई है, जहां वोटिंग सुबह 10 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक जारी रहेगी, और मतगणना शाम 6 बजे शुरू होगी।
हालाँकि एनडीए गठबंधन के पास 425 सांसदों के साथ स्पष्ट बहुमत है, लेकिन BJD, BRS और SAD जैसी क्षेत्रीय पार्टियों ने मतदान से पीछे हटने का निर्णय लिया है, जिससे परिणाम पर अप्रत्याशित प्रभाव पड़ सकता है।
इस प्रकार यह मुकाबला पारंपरिक से कहीं अधिक राजनीतिक, संवैधानिक और सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनकर उभरा है, जहाँ विश्वास, रणनीति और संवैधानिक नियमों की कसौटी पर परीक्षा हो रही है।