प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम के संगीत सम्राट भूपेन हजारिका को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उन्हें “भारत की सबसे असाधारण आवाज़ों में से एक” बताया और उनके संगीत, संस्कृति और सामाजिक योगदान की सराहना की। इस वर्ष उनकी जयंती के अवसर पर जन्म शताब्दी समारोह की शुरुआत की गई है।
पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा, “भूपेन दा ने हमें सिर्फ संगीत नहीं दिया, बल्कि उन्होंने हमें सहानुभूति, एकता और सामाजिक न्याय के संदेश दिए।” उनकी रचनाएँ न केवल असम, बल्कि सम्पूर्ण भारत और विश्व में मानवता और एकता का प्रतीक बनीं।
असम सरकार ने इस अवसर पर वर्षभर चलने वाले शताब्दी समारोह की घोषणा की है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुस्तक प्रकाशन और विशेष सिक्कों का विमोचन शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी 13 सितंबर को गुवाहाटी में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहाँ वे ₹100 का विशेष स्मारक सिक्का जारी करेंगे और भूपेन हजारिका पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन करेंगे।
भूपेन हजारिका का योगदान भारतीय संगीत और संस्कृति में अनमोल रहेगा, और उनकी रचनाएँ आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।