उत्तराखंड पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमी के तहत फर्जी बाबाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस अभियान में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कुछ बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं। इन आरोपियों पर लोगों को धोखा देने, धार्मिक रूपांतरण कराने और फर्जी दस्तावेजों से पहचान छिपाने के आरोप हैं ।
गिरफ्तार आरोपियों में कश्मीर के अनंतनाग निवासी इफराज अहमद लोलू भी शामिल हैं, जिन्होंने ‘राज आहूजा’ के नाम से खुद को दिल्ली का अमीर शख्स बताकर महिलाओं को धोखा दिया। वह धर्म छिपाकर अपने असली पहचान को छिपाते हुए फर्जी नाम से लोगों से संपर्क करते थे। इसके अलावा, एक बांग्लादेशी नागरिक भी गिरफ्तार किया गया है, जो पिछले आठ सालों से देहरादून के सेलाकुई में ‘बंगाली डॉक्टर’ अमित कुमार के नाम से रह रहा था ।
पुलिस ने राज्यभर में 5,500 से अधिक लोगों से पूछताछ की है और 1,182 के खिलाफ कार्रवाई की है। हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल समेत कई जिलों में अभियान जारी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान ‘देवभूमि’ की पवित्र छवि को बनाए रखने के लिए चलाया जा रहा है और आगे भी यह कार्रवाई और कड़ी की जाएगी ताकि किसी भी तरह के फर्जी बाबाओं और धार्मिक छल के मामलों पर अंकुश लगाया जा सके।
ऑपरेशन कालनेमी का नाम रामायण और महाभारत के पात्र कालनेमी से लिया गया है, जिन्होंने साधु का रूप धारण कर हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने से रोकने की कोशिश की थी ।