प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की रैली में कहा कि भारत जल्दी ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, और इसी कारण वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच देश को अपनी आर्थिक प्राथमिकताओं की रक्षा के लिए सतर्क रहना होगा। यह बयान ट्रम्प द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को “dead economy” बताने के बाद आया, जिसमें उन्होंने व्यापार प्रतिबंध और रूस से संबंधों को लेकर भी तीखी टिप्पणी की थी ।
मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को जोर देकर रेखांकित किया — “हम केवल वह चीज़ खरीदेंगे जिसे भारतीय ने बनाया है।” उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि देशहित में स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की दृढ़ संकल्प शक्ति रखें ।
इस बीच, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने संसद में कहा कि भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और बहुत शीघ्र तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यापारिक समझौते करते समय भारत अपने राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं करेगा ।
इस घोषणा के समय अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ लगाया, और ट्रम्प ने भारत और रूस को “dead economies” बताकर बयानबाजी तेज़ कर दी थी ।