प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपनी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में कनाडा पहुंचेंगे, जहाँ वह अलबर्टा स्थित कनानास्किस में 16–17 जून 2025 को आयोजित 51वें G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह मोदी जी की कनाडा में पहली यात्रा है, जो पिछली बार 2015 में हुई थी, और इस बीच द्विपक्षीय रिश्तों में तनाव उत्पन्न हुए थे, विशेष रूप से हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर ।
भारतीय समुदाय, विशेषकर कैलगरी और अन्य शहरों में, इस दौर में पीएम मोदी की आगमन को “विश्वास पुनर्निर्माण” के अवसर के रूप में देख रहे हैं। इंडियन डायस्पोरा को उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत–कनाडा के व्यापार, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा सहयोग में नया आयाम आएगा । मोदी और कनाडाई पीएम मार्क कार्नी के बीच पहली बार द्विपक्षीय वार्ता होने का भी कार्यक्रम है, जिसमें सुरक्षा, खनिज (विशेषकर यूरेनियम) और इंटेलिजेंस साझेदारी जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
यात्रा के राजनयिक महत्व पर गहराई से विचार करते हुए, कई विशेषज्ञ इसे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक पुनर्स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं। G7 मंच पर यह मुलाक़ात वैश्विक स्थिरता और विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हो सकती है।