कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में आरोप लगाया है कि पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में करीब 70 सीटें 50,000 से कम वोटों के अंतर से गंवाईं, और इन परिणामों में ‘वोट चोरी’ की संभावना जताई है। उन्होंने विशेष रूप से बेंगलुरु सेंट्रल सीट का उदाहरण दिया, जहां कांग्रेस उम्मीदवार को 32,707 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1,00,250 वोटों की ‘चोरी’ हुई, जिसमें डुप्लिकेट वोटर, फर्जी पते, एक ही पते पर दर्ज कई वोटर, अवैध फोटो और फॉर्म-6 का दुरुपयोग शामिल है।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ मिलकर इन गड़बड़ियों को अंजाम देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आयोग ने मशीन-रीडबल वोटर लिस्ट्स के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी, जिससे गड़बड़ियों का पता लगाना मुश्किल हो गया।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू किए हैं। मध्य प्रदेश के रीवा में ‘न्याय सत्याग्रह’ आयोजित किया गया, जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया है, और राहुल गांधी से इन दावों को शपथपत्र के माध्यम से प्रस्तुत करने को कहा है।