बिहार की राजनीति में आज से एक नया मोड़ सामने आया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर राज्य में सक्रिय होंगे, जहां वे बेतिया और पटना में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व एवं कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठकें करेंगे।
इसी बीच, कांग्रेस की प्रमुख प्रियंका गांधी ने राज्य में अपनी “हर घर अधिकार यात्रा” की शुरुआत कर दी है। उनका कार्यक्रम मोतिहारी में एक विशाल जनसभा और पटना में महिलाओं से संवाद को लेकर रखा गया है।
राजनीय विश्लेषक मानते हैं कि अमित शाह की बैठकों में सीटों के बंटवारे, संगठन मजबूती और चुनावी रणनीति पर मंथन होगा। भाजपा इस दौरान स्थानीय नेताओं की सक्रियता बढ़ाने और बूथ स्तर पर सशक्त अभियान तैयार करने की कोशिश करेगी।
दूसरी ओर, प्रियंका गांधी की यात्रा का मकसद जनता की आवाज़ को आगे लाना, महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस का सशक्त पक्ष दिखाना और विरोधी गठबंधन की मजबूत स्थिति बनाना है। इस बीच, महागठबंधन की ओर से घोषणा की जा सकती है कि उनकी लड़ाई अब जनता हितों और अधिकारों की राह पर होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से कुछ ही महीने पहले, दोनों खेमे राजनीतिक उठापटक तेज कर चुके हैं। इस दौरे और यात्राओं से यह साफ संकेत मिलता है कि इस बार का चुनाव सियासी जोड़-तोड़, जन समर्थन और रणनीतिक विस्तार की जंग बनेगा।