प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त 2025 को कहा कि अमेरिका की ओर से लगाए जा रहे भारी टैरिफ विरोधों के बीच भारत के किसानों, दूध उत्पादकों और मत्स्य उद्योगों की रक्षा के लिए वह “भारी कीमत” चुकाने के लिए तैयार हैं। ट्रम्प प्रशासन ने रूस से तेल आयात करने पर भारत पर अतिरिक्त 25 % टैरिफ लगाया, जिससे कुल दर बढ़कर लगभग 50 % हो गई।
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी कृषि और डेयरी नीतियों में कोई समझौता नहीं करेगा, चाहे आर्थिक दबाव कितना भी हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हित सर्वोपरि हैं और किसानों की उन्नति से देश की स्वास्थ्य, रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस बार की घोषणा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी टैरिफ अगले 21 दिनों में लागू हो जाएंगे।
इसके साथ ही सरकार “वोकल फॉर लोकल” और “स्वदेशी” अभियान को और धार दे रही है। पीएम ने देशवासियों को स्वदेशी उत्पादों को अपनाने, स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया।