भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) से बाहर कर दिया है। ऐसा समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से उनकी सगाई के बाद किया गया उपाय माना जा रहा है। आयोग द्वारा प्रचार सामग्री में उनकी तस्वीरें तत्काल हटाने के आदेश दिए गए हैं — जिसमें पोस्टर, बैनर, वीडियो, और वेबसाइट शामिल हैं।
चुनाव आयोग के इस निर्णय के पीछे यह कारण बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी राजनीतिक दल से संबंध रखता है या उस दल से जुड़ा हो सकता है, तो उसे शासकीय मतदाता जागरूकता गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि इससे राजनीतिक हितों का टकराव उत्पन्न हो सकता है।
रिंकू सिंह को पहले SVEEP अभियान में शामिल किया गया था ताकि वे युवा मतदाताओं को प्रेरित कर सकें। लेकिन आईपीएल मैचों और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सांसद प्रिया सरोज के साथ सार्वजनिक रूप से जुड़े रहने के बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की।
इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भारी चर्चा शुरू हो गयी है। कई लोग इसे व्यक्तिगत सम्मान और राजनीति से स्वतंत्र अभियान के बीच संतुलन का उल्लंघन मान रहे हैं।