प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के गया में आयोजित एक रैली में आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस 130वें संविधान संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनके अधिकांश नेता या तो जेल में हैं या जमानत पर बाहर हैं।
यह विधेयक प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को गंभीर आरोपों में 30 दिन तक जेल में रहने पर अपने पद से हटाने का प्रस्ताव करता है। मोदी ने कहा कि यदि सरकारी कर्मचारी गिरफ्तारी के बाद कुछ घंटों में निलंबित हो सकते हैं, तो नेताओं को जेल में रहने पर क्यों नहीं हटाया जा सकता।
उन्होंने विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार और वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि बिहार में उनके शासनकाल में कोई बड़ा विकास कार्य नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने इस विधेयक को पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस विधेयक को लोकतंत्र के खिलाफ और तानाशाही की ओर बढ़ने वाला कदम बताया है।