2025 में तियानजिन, चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिनमें हिंदू और ईसाई पर्यटक भी शामिल थे।
SCO ने आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंड अस्वीकार्य हैं। संगठन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करने की अपील की।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का सामना कर रहा है और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की उपस्थिति में स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंड नहीं अपनाए जा सकते।
SCO के इस संयुक्त बयान ने भारत की स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत किया और आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एकजुटता की आवश्यकता को रेखांकित किया। यह भारत के लिए एक कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है, क्योंकि पाकिस्तान भी SCO का सदस्य है और इसने आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृष्टिकोण का समर्थन किया है।