जम्मू के आर.एस. पुरा सेक्टर में 10 मई को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के कांस्टेबल दीपक चिंगाखम गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्होंने 11 मई को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दीपक चिंगाखम मणिपुर के निवासी थे और उनकी उम्र 25 वर्ष थी।
इससे पहले, 10 मई को ही बीएसएफ के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज भी पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गए थे। दोनों जवानों की शहादत ने सुरक्षा बलों में शोक की लहर दौड़ा दी है।
बीएसएफ ने दीपक चिंगाखम की शहादत को सलाम करते हुए कहा है कि उन्होंने देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी अंतिम यात्रा में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
पाकिस्तान की ओर से की गई इस गोलीबारी के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भारत ने पाकिस्तान से आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में और तनाव बढ़ा दिया है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शांति और स्थिरता की अपील की जा रही है।