भारतीय शेयर बाजार आज शुक्रवार, 22 अगस्त 2025 को भारी दबाव का अनुभव कर रहा है, जिसमें सेंसेक्स करीब 600 अंक टूट कर 81,393 के इंट्रा-डे निचले स्तर पर पहुंच गया और निफ्टी 50 लगभग 24,893 पर आ गया । यह गिरावट छह दिनों से जारी तेज़ तेजी के बाद आई है। प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
लाभ की बुकिंग — पिछले छह दिनों में सेंसेक्स में लगभग 1,800 अंक की वृद्धि हुई थी, जिससे निवेशकों ने मुनाफा निकालना प्रारंभ कर दिया ।
जैक्सन होल से पहले सावधानी — निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष पावेल के भाषण के प्रति अनिश्चितता और सतर्कता बरत रहे हैं, जिससे बाजार में नकारात्मक मनःस्थिति बनी है।
उच्च अमेरिकी टैरिफ का डर — नए अमेरिकी आयात शुल्कों (टैरिफ) की आशंका ने निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों और व्यापक बाजार पर दबाव डाला है ।
FII का बिक्री दबाव — विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा ताजा विक्रय गतिविधियों ने बाजार को कमजोर कर दिया है ।
तकनीकी कमजोरी — तकनीकी संकेतकों ने आगे बढ़ने की पर्याप्त ताकत न होने की चेतावनी दी, जिससे बिकवाली और तेज हुई ।