भारत सरकार ने अपने नागरिकों को रूस की सेना में भर्ती होने से सख्ती से मना किया है। विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि ऐसे प्रस्तावों से दूर रहना चाहिए, क्योंकि ये अत्यधिक खतरनाक हैं। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मुद्दे को दिल्ली और मॉस्को में रूसी अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है, और भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी की अपील की गई है ।
यह चेतावनी हाल ही में सामने आए एक मामले के बाद जारी की गई है, जिसमें हरियाणा के फतेहाबाद जिले के दो युवाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें रूस में उच्च वेतन वाली नौकरी का झांसा देकर सेना में भर्ती कर लिया गया और यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में भेजा गया। उन्होंने वीडियो संदेश के माध्यम से भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है ।
विदेश मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल प्रमाणित स्रोतों से ही रोजगार संबंधी जानकारी प्राप्त करें और किसी भी संदिग्ध प्रस्ताव से बचें। सरकार ऐसे मामलों में सहायता प्रदान करने की स्थिति में नहीं है, और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। इसलिए, रूस की सेना में शामिल होने के किसी भी प्रस्ताव से बचना चाहिए ।