भारत-यूके व्यापार समझौता: व्यापार में बढ़ोतरी, टैरिफ में कमी, और नई संभावनाओं का द्वार

भारत और ब्रिटेन ने तीन वर्षों की कठिन वार्ताओं के बाद एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में सालाना £25.5 बिलियन (लगभग $34.13 बिलियन) की वृद्धि होने की उम्मीद है, और यह ब्रिटेन की जीडीपी में सालाना £4.8 बिलियन का योगदान करेगा।

प्रमुख बिंदु:

टैरिफ में कमी: भारत ने ब्रिटेन के व्हिस्की और कारों पर 150% से घटाकर 40% तक टैरिफ कम करने का वादा किया है। इसके अतिरिक्त, कारों पर 10% टैरिफ लागू होगा।

ब्रिटेन के निर्यातकों के लिए लाभ: ब्रिटेन के कॉस्मेटिक्स, चिकित्सा उपकरण, विमान के पुर्जे, और अन्य उत्पादों पर भारतीय टैरिफ में कमी की जाएगी।

भारत के निर्यातकों के लिए अवसर: भारत के वस्त्र, खाद्य पदार्थ, और आभूषण जैसे 99% उत्पादों पर ब्रिटेन में आयात शुल्क समाप्त किया जाएगा।

सामाजिक सुरक्षा समझौता: ब्रिटेन में अस्थायी रूप से कार्यरत भारतीय कर्मचारियों को तीन वर्षों तक राष्ट्रीय बीमा योगदान से छूट मिलेगी।

व्यापार में वृद्धि: इस समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि होगी, जिससे रोजगार सृजन और निवेश में भी वृद्धि की संभावना है।

यह समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा और वैश्विक व्यापार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

मुख्य समाचार

भारत-पाक तनाव के बीच सोने की छलांग! 10 ग्राम की कीमत पहुंची ₹1 लाख के पार

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सीमा पार तनावों...

विज्ञापन

Topics

More

    Related Articles