पुण्यभूमि तेलंगाना के जुराला डैम में भारी वर्षा के बीच Priyadarshini Jurala परियोजना का ऊपरी स्थल (crest) गेट—गेट नंबर 9—करार देने से ठीक पहले ही खराब हो गया। गुरुवार को केबल टूटने के कारण गेट खोलना संभव नहीं रहा। फिलहाल, डैम में लगभग 98,000 क्यूसक्स पानी आ रहा है और निकासी लगभग 100,000 क्यूसक्स है, लेकिन इंजीनियर्स ने आश्वासन दिया है कि इस क्षणिक विफलता के बावजूद परियोजना 10 लाख क्यूसक्स तक के पानी को संभालने में सक्षम है।
सिंचाई विभाग के सचिव राहुल बोज्जा और सुपेरिटेंडिंग इंजीनियर रहीमुद्दीन ने बताया कि मरम्मत कार्य पिछले कुछ दिनों से चल रहा था, पर अचानक आई बढ़ती बारिश ने उसे बाधित कर दिया। टीम मौके पर पहुंचकर मरम्मत में जुटी है, और फिलहाल उन्हें कोई गंभीर खतरा नहीं बताया गया है ।
दूसरी ओर, BRS (बहुजन रिपब्लिकन स्टोरी) के संयुक्त अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि गेट की रखरखाव में कथित लापरवाही स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार मानसून से पहले आवश्यक मरम्मत नहीं कर सकी जिससे डैम और आसपास के गाँवों को बाढ़ का खतरा बढ़ गया है । उन्होंने मुख्यमंत्री रेवन्थ रेड्डी और मंत्रियों से सावधान रहने और जल्द से जल्द मरम्मत पूरा करने को कहा, अन्यथा स्थिति गंभीर हो सकती है।
पिछले कई वर्षों में जुराला डैम मानसून के दौरान महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन इस बार के गेट फेलियर ने फिर से सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मरम्मत पूरी होने तक प्रशासन सतर्कता बढ़ाए हुए है और आसपास के क्षेत्र में जलस्तर पर कड़ी नजर रखी जा रही है।