22 मई 2025 को उत्तर प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (UP ATS) ने वाराणसी के दोशीपुरा, जैतपुरा निवासी तुफैल आलम को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। तुफैल पर आरोप है कि वह पाकिस्तान समर्थित व्हाट्सएप समूहों का हिस्सा था, जिनका उद्देश्य भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाना था।
जांच में सामने आया कि तुफैल ने राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, वाराणसी रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला और निजामुद्दीन औलिया जैसे संवेदनशील स्थानों की तस्वीरें और विवरण पाकिस्तानी संपर्कों के साथ साझा किए। इसके अलावा, वह पाकिस्तान स्थित महिला नफीसा के संपर्क में था, जिसके पति पाकिस्तानी सेना में कार्यरत हैं।
तुफैल ने व्हाट्सएप समूहों के माध्यम से 600 से अधिक पाकिस्तानी संपर्कों के साथ “ग़ज़वा-ए-हिंद”, बाबरी मस्जिद का बदला और भारत में शरीयत लागू करने जैसे उग्रवादी संदेश साझा किए। उसके मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिए गए हैं, और उसे भारतीय न्याय संहिता की धारा 148 और 152 के तहत लखनऊ में एटीएस थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।