उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के डांडारपुर गांव में जातिगत टोंसुरिंग (सिर मुडवाए जाने) को लेकर तनाव चरम पर पहुँच गया है। 22–23 जून की रात दो ‘भगवद कथा’ प्रवक्ता—मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव—कथित रूप से उच्च जाति के लोगों द्वारा जबरदस्ती सिर मुंडवाए गए और उनका अपमान किया गया, जिसके बाद मामला सोशल मीडिया और राजनीति की गरमा-गर्म बहस में बदल गया ।
घटना के तीन दिनों के बाद, 27 जून को यादव समुदाय से संबंधित संगठनों के कार्यकर्ता बैकवार थाना और आगरा–कानपुर हाईवे के पास जमकर विरोध-प्रदर्शन करने पहुँचे। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके। इस दौरान पुलिस ने हवा में गोलियां चलाकर चेतावनी दी और भीड़ को तितर-बितर किया गया ।
इस कार्रवाई में लगभग 19–20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया और 13 वाहन जब्त किए गए । पुलिस का कहना है कि व्यापक तनाव की स्थिति टली हुई है और कानून व्यवस्था नियंत्रण में है ।
प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें जात पूछकर अपमानित किया गया, उनकी पहचान पूछी गई, सिर कटवाया गया और उन पर मूत्र छिड़क कर ‘शुद्धिकरण’ का नंगा प्रचार किया गया । सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में आरोपी कथित रूप से कहते सुनाई दिए: “ब्राह्मणों के गाँव में आने के लिए सज़ा पाओगे” ।
एसएसपी ब्रिजेश कुमार श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि आरोपी पकड़े जा चुके हैं और प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रशासन संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रखे हुए है, जिससे फिर किसी अप्रिय घटनाक्रम को रोका जा सके ।