अमेरिका ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम का स्वागत किया है, जिसे अमेरिका की मध्यस्थता के प्रयासों का परिणाम बताया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की घोषणा करते हुए इसे “पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम” करार दिया और दोनों देशों की “सामान्य समझ और महान बुद्धिमत्ता” की सराहना की।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने ट्रंप को “शांति निर्माता” कहा, जिससे अमेरिका की दक्षिण एशिया में स्थिरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि यह संघर्ष विराम दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच सीधे संवाद का परिणाम है, और किसी व्यापक वार्ता की योजना नहीं है।
इस समझौते के बावजूद, पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिससे क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस संघर्ष विराम का स्वागत किया और दोनों देशों से दीर्घकालिक शांति के लिए संवाद जारी रखने का आग्रह किया।