उत्तराखंड में दिवाली के बाद करीब 33,114 ग्राम पंचायत सदस्यों के खाली पदों पर उपचुनाव कराने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इस प्रस्ताव के बाद राज्य की 4,843 ग्राम पंचायतों का गठन संभव होगा।
पंचायती राज विभाग के सूत्रों ने बताया है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 55,587 पदों पर चुनाव होना था, लेकिन अधिकांश ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए नामांकन ही नहीं हुआ। इस कारण 33,114 पद खाली रह गए, जिससे कई पंचायतों में कोरम न बन पाने की समस्या उत्पन्न हो गई।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इन उपचुनाव की तिथियों के प्रस्ताव को पुनः फॉर्मैली भेजने का फैसला किया है। पहले यह प्रस्ताव पहले ही सरकार को भेजा गया था, लेकिन अब इसे नए सिरे से भेजा जाएगा।
कुछ जिलों में स्थिति और भी जटिल है — जैसे देहरादून में 117 पंचायतें, पौड़ी गढ़वाल में 819, अल्मोड़ा में 925, चमोली में 448 ग्राम पंचायतों का गठन अभी तक नहीं हो पाया है।
पंचायती राज विभाग ने कहा है कि नामांकन नहीं होना, कोरम न बन पाना, चुनाव निर्देश पत्र न जमा होना आदि कारणों से कई पंचायतों में सदस्यों का निर्वाचन नहीं हो पाया। उपचुनावों के बाद सरकार उम्मीद करती है कि ग्रामीण स्तर पर पंचायतों का संगठन पूर्ण रूप से सक्रिय हो सकेगा।