उत्तराखंड के एक गाँव में शादी की तैयारियाँ चरम पर थीं, लेकिन दहेज के विवाद ने सब कुछ पल भर में बदल दिया। स्थानीय युवक विकास (पुत्र: राम सिंह) ने बारात लेकर मिलने पहुंचा, लेकिन जैसे ही दहेज की बात आई तो उन्होंने शादी से साफ मना कर दिया। दूल्हा पक्ष ने वधू पक्ष पर शादी की कीमत के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया।
वधू के पिता श्री अमर सिंह का कहना है कि “शादी की घड़ी पर जब हमने बताया कि घर में दहेज की चीज़ें उपलब्ध नहीं हैं, तब दूल्हा पक्ष ने मना कर दिया और शादी से इंकार किया।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दूल्हा पक्ष ने शादी की तारीख की घोषणा से कुछ दिन पहले ही दहेज की मांगें बढ़ा दीं, जिससे रिश्ता टूट गया।
दूल्हा के परिवार का कहना है कि उन्होंने सामान्य मांगों तक ही चर्चा की थी, लेकिन वधूपक्ष ने उसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। इस पूरे मामले की शिकायत वधू पक्ष द्वारा स्थानीय पुलिस और महिला सहायता केंद्र में दर्ज कराई गई है।
पुलिस ने दूल्हा पक्ष को मौके पर बुलाकर समझाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी SP दीपक चौहान ने बताया कि “हम मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और उचित कार्रवाई की जाएगी।” स्थानीय महिला संगठन भी दहेज प्रथा खत्म करने की मांग को लेकर सक्रिय हो गए हैं, जो पूरे क्षेत्र को इस प्रेरणा देने वाले सामाजिक मुद्दे पर आगाह करने का प्रयास कर रहे हैं।