उत्तराखंड में हाल की तेज बारिश और भूस्खलन से भारी तबाही मची है। बताया कि अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 133 सड़कों पर आवागमन ठप हो गया। जिला प्रशासन ने बताया कि कई गाँवों का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में बाधाएं आ रही हैं।
चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग जिलों में भूस्खलन से दरकियाँ आ गई हैं—विशेषकर चमोली में 21 सड़कें अवरुद्ध पाई गईं, बागेश्वर में 20 और अन्य जिलों में भी कई मार्ग बंद हैं । राहत कार्यों में PWD, BRO और SDRF की टीमें जुटी हैं। इमरजेंसी सेवाएं सक्रिय हैं, लेकिन खराब मौसम के चलते बचाव कार्य धीमी गति से आगे बढ़ रहा है।
मॉनसून से पहले की गई चेतावनी भी परेशानी को कम नहीं कर सकी—इसलिए जनता को मॉनसून-प्रवण क्षेत्रों से बचने का सलाह दी गई है । पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग मिलकर संपर्क बहाल करने और प्रभावितों को राहत पहुंचाने में लगे हुए हैं। स्थानीय मौसम विज्ञान विभाग ने भारी बारिश की संभावनाओं के चलते अलर्ट जारी किया है।