गांभीर-गांभीर पुल (माहिसागर नदी पर) के ध्वस्त हो जाने के प्रारंभिक निष्कर्ष में चार सीनियर आर&बी विभाग के इंजीनियरों—कार्यकारी इंजीनियर एन. एम. नायकवाला, डिप्टी इंजीनियर यू. सी. पाटेल, आर. टी. पाटेल एवं सहायक इंजीनियर जे. वी. शाह—को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के आदेश पर राज्यभर में सभी पुलों की आपात-जान्च शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय टीम का गठन कर पुल की मरम्मत, निरीक्षण, गुणवत्ता नियंत्रण और रखरखाव रिकॉर्ड की जानकारी मांगी है, जिसके आधार पर दोषी पाए गए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । साथ ही, अहमदाबाद नगर निगम ने 15 वर्ष से पुराने सभी फ्लाईओवर और पुलों की जांच शुरू कर दी है, और अन्य जिले भी सघन निरीक्षण में शामिल हैं।
पुल के टूटने से अब तक कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं दो लोग अभी भी लापता हैं। NDRF–SDRF टीमों द्वारा बचाव कार्य जारी है।
यह कार्रवाई राज्य सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचने के लिये एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।