विशाखापत्तनम पुलिस ने मानव तस्करी व साइबर अपराध रैकेट का बड़ा भंडाफोड़ करते हुए 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया और लगभग 85 युवकों को बचाया, जो कंबोडिया, म्यांमार, थाईलैंड और लाओस में साइबर ठगी के शिकार बन रहे थे।
पुलिस कमिश्नर शंखब्रत बागची ने बताया कि ये युवक नकली ‘डाटा एंट्री’ या ‘कम्प्यूटर ऑपरेटर’ जॉब का झांसा देकर विदेश भेजे गए थे, जहां चीनी साइबर फर्मों में काम करना पड़ा । अंतरराष्ट्रीय ठगी में फंसे कुल 500 युवक अभी भी फंसे हैं और बचाव अभियान जारी है । गिरफ्तारी में मुख्य एजेंट सुरेश और अडिलाक्ष्मी शामिल हैं, जो अभी भी जाजल गांव एवं एयरपोर्ट से अभियान के दौरान दबोचे गए।
पुलिस ने आरोपियों से ₹50,000 नकद, $2,000, 20 सिम कार्ड और दो मोबाइल जब्त किए। अधिकारियों ने युवाओं व अभिभावकों से जागरूक रहने और विदेशी नौकरी के प्रस्तावों की जांच करने की अपील की है। इस अभियान से यह रैकेट बुरी तरह प्रभावित हुआ, लेकिन अभी भी बचाव व गिरफ्तारियाँ जारी हैं।