न्यूयॉर्क (Kennedy Space Centre), 26 जून 2025 – भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और जरूरतमंद भविष्य के गगनयान मिशन के अंश, शुभांशु शुक्ला ने अपने अंतरिक्ष यात्रा के शुरुआती अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि जब वे ‘स्पेसवेल’ अर्थात निर्वात में छोड़े गए, तो “अच्छा महसूस नहीं हो रहा था” और ऐसा महसूस हुआ जैसे एक बेबी हों — हर क्षण नई चुनौती और सीख लेकर आया।
शुक्ला, जो Ax-4 मिशन के तहत स्पेसएक्स ड्रैगन में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भर रहे हैं, ने कहा कि लॉन्च के समय का असर बेहद तीव्र था और उन्होंने खुद को ‘बच्चा’ महसूस किया — हर गति, हर झटका, हर अनुभूति मानवीय प्राथमिक अनुभव से बहुत अलग थी । उन्होंने बताया कि इस मिशन में उन्हें लगातार नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और यह अनुभव उनके लिए गहन व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक विकास का अवसर है ।
भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है — पहला भारतीय जिसने ISS पर कार्य किया, और दूसरा भारतीय जो पृथ्वी की कक्षा में पहुँचा (पहला राकेश शर्मा थे)। शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारतीय मानवयुक्त अंतरिक्ष अन्वेषण को अगले चरण पर ले जाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम है।