आज भारतीय शेयर बाजार में गहरा सुधार हुआ, जब BSE सेंसेक्स लगभग 1,100 अंक गिरकर लगभग 80,700 के स्तर पर आ गया और Nifty 24,650 से नीचे टूट गया। इस तेजी से गिरावट के पीछे चार प्रमुख कारण हैं:
मध्य-पूर्व में भू‑राजनीतिक तनाव: इजरायल द्वारा ईरान पर सैन्य हमले ने वैश्विक अनिश्चितता बढ़ाई और निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
कच्चा तेल की कीमतों में उछाल: तेल 9–10% चढ़ गया, जिससे भारत जैसे तेल आयातक देशों के लिए मुद्रास्फीति और व्यापार घाटे का दबाव बढ़ा।
वैश्विक बाजारों में बड़े पैमाने पर बिकवाली: एशियाई और यूरोपीय बाजारों में गिरावट से घरेलू बाजारों पर असर पड़ा, जिससे जोखिम भरे निवेशों से विमुखता बढ़ी।
‘सेफ‑हेवेन’ परिसंपत्तियों की ओर पलायन: निवेशक सुरक्षित विकल्पों जैसे सोना और अमेरिकी डॉलर की तरफ रुख करने लगे।
इन घटनाओं के कारण बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी और ऊर्जा जैसी प्रमुख सेक्टरों में तेज गिरावट देखी गई, जबकि रक्षा और कुछ ओएमसी स्टॉक्स को बड़ा समर्थन मिला । बाजार की अस्थिरता बनी हुई है और निवेशक वैश्विक घटनाक्रम पर नजरें स्थिर रखे हैं।