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Winter Care: सर्दियों के मौसम में बढ़ जाती है एलर्जी की समस्या, खाने की ये 8 चीजें देंगी आराम

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सर्दियां आते ही कई लोगों में एलर्जी की समस्या बढ़ जाती है. इस मौसम में ज्यादातर लोग सूखी खांसी, आंखों में खुजली या सर्दी-जुकाम से परेशान हो जाते हैं. खाने-पीने की कुछ चीजें एलर्जी बढ़ाने का काम करती हैं वहीं कुछ चीजें इसे कम करती हैं. मौसमी एलर्जी से बचने के लिए आपको अपनी डाइट में ये चीजें शामिल करनी चाहिए. आइए जानते हैं इनके बारे में.

अदरक- अदरक एलर्जी की समस्या को कम करने में सबसे कारगर माना जाता है. न्यू जर्सी की प्रसिद्ध इम्यूनोलॉजिस्ट स्टेसी गैलोविट्ज ने द हेल्दी वेबसाइट को बताया, ‘अदरक और इसके अर्क में औषधीय गुण होते हैं जो मितली, दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी गुण एलर्जी पर भी काम करते हैं. मौसमी एलर्जी से बचने के लिए अपनी डाइट में अदरक शामिल करें. ताजे और सूखे दोनों तरह के अदरक एलर्जी को कम करते हैं.

हल्दी- हल्दी भी एलर्जी को कम करने में बहुत मददगार होती है. हल्दी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इंफ्लेमेशन को कम करते हैं. डॉक्टर गैलोविट्ज कहती हैं, ‘हल्दी के सक्रिय तत्व करक्यूमिन में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी एलर्जिक गुण होते हैं.’ 2016 में एनल्स ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी में छपी एक स्टडी के अनुसार, एलर्जिक राइनाइटिस के जिन मरीजों ने करक्यूमिन का सेवन किया उनके इम्यून रिस्पॉन्स और नसल एयरफ्लो में काफी सुधार देखने को मिला. डॉक्टर गैलोविट्ज कहती हैं कि हल्दी का ज्यादा लाभ लेने के लिए इसे काली मिर्च के साथ लेना चाहिए. 

सैल्मन मछली- बहुत कम लोगों को पता है कि सैल्मन मछली भी एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मददगार होती है. डॉक्टर गैलोविट्ज कहती हैं, ‘सैल्मन, सार्डिन और मैकेरल जैसी फैटी फिश ओमेगा-3 फैटी एसिड के जरिए शरीर में एलर्जी और सूजन से लड़ती हैं.’ फैटी फिश कोशिका झिल्ली को स्थिर रखती है. 2007 में अमेरिकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रिशन के जर्नल में प्रकाशित एक जापानी स्टडी में पाया गया है कि ज्यादा मछली खाने वाली महिलाओं को बुखार कम होता है.

टमाटर- टमाटर में भी विटामिन C अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा टमाटर में एलर्जी से लड़ने वाले सारे जरूरी तत्व पाए जाते हैं. टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन एक एंटीऑक्सीडेंट यौगिक होता है जो इंफ्लेमेशन को कम करता है. तरबूज और गुलाबी चकोतरा की तुलना में टमाटर के जूस में 85 फीसदी ज्यादा लाइकोपीन पाया जाता है. US नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के रिसर्च के अनुसार लाइकोपीन अस्थमा के मरीजों के फेफड़ों में सुधार करता है.

मिर्च वाला खाना- मिर्च और मसाले वाला खाना भी शरीर में एलर्जी को कम करता है. सौंफ, गर्म सरसों और काली मिर्च जैसी चीजें कफ को नेचुरल तरीके से बाहर निकालती हैं. इनके सेवन से बंद नाक खुल जाती है और बलगम बाहर आ जाता है. कफ, सीने में जकड़न और सिर दर्द होने पर मिर्च वाला खाना खाने से राहत मिलती है. हालांकि, ये लोगों को व्यक्तिगत अनुभव है और इस पर ज्यादा शोध नहीं किया गया है.

प्रोबायोटिक्स- डॉक्टर गैलोविट्ज कहती हैं, ‘प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो आपकी आंत में रहते हैं और एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी एलर्जिक प्रभाव डालते हैं.’ दही, केफिर, सूखी गोभी और किमची प्रोबायोटिक्स के अच्छे स्रोत माने जाते हैं. 2019 में जर्नल चिल्ड्रन में छपी एक स्टडी के अनुसार प्रोबायोटिक्स बच्चों में एलर्जी के लक्षण कम करता है.


 शहद- मौसमी एलर्जी से लड़ने में शहद बहुत लाभदायक है. ये गले की खराश को कम करता है और शरीर को अंदर से गर्मी देता है. हालांकि, कुछ लोगों को शहद से ही एलर्जी होती है. इसलिए इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें.

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