नई दिल्ली में 25 से 28 सितंबर 2025 तक आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 शिखर सम्मेलन में भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में ₹1.02 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित हुआ। यह आयोजन भारत को वैश्विक खाद्य नवाचार और निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इस सम्मेलन में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) और कोका-कोला के तीन बोतलर्स ने मिलकर ₹65,000 करोड़ का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा, अमूल, नेस्ले, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, कार्ल्सबर्ग इंडिया, पतंजलि फूड्स और ओलम फूड्स जैसी प्रमुख कंपनियों ने भी निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आयोजन का उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र 20 गुना बढ़ा है, और यह निवेश देश की खाद्य सुरक्षा और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इन निवेशों से 64,000 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है, और 10 लाख से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह निवेश 18 राज्यों में फैलेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास होगा।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 ने भारत को खाद्य प्रसंस्करण के वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया है, और यह आयोजन देश के आर्थिक विकास और खाद्य सुरक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।