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अल्मोड़ा: कोरोना काल के बाद बढ़ी बिछु घास से बनी हर्बल टी की मांग, जानिए फायदे

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फोटो साभार -ANI

अल्मोड़ा| कोरोना संक्रमण ने लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने की जरुरत समझा दी है. हवालबाग में महिला समूह की हर्बल टी (Herbal Tea) की मांग कई गुना बढ़ गयी है. कोरोना काल के बाद बिछु घास की चाय की मांग महानगरों में तेज हो रही है.

जिससे महिलाओं को रोजगार मिल रहा है और स्थानीय उत्पाद को बाजार मिल रहा है. हवालबाग में महिला समूह हर्बल टी बना रहे है. जिसमें तुलसी. बुरांश. बिछु घास सहित कई तरह की चाय बना रहे है.

सर्दी बढ़ते ही पहाड़ की बिछु घास की मांग तेज हो गयी है. पिछले दो सालों में महिलाओं ने लाखों रुपये की चाय बेची.

प्रबंधक महिला उत्पाद दिनेश पंत का कहना है कि महानगरों से हर्बल टी की मांग तेजी से हो रही है. महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. उन्होंने बताया कि स्थानीय उत्पादों का देश भर में मांग हो रही है. जिसे पैकिंग और ग्रेडिंग कर भेजा जा रहा है.

मंजू नेगी का कहना है कि महिलायें बिछु को तोड़कर सुखाते है इसके बाद पाउडर बनाकर, ग्रेडिंग कर पैकिंग करते है. जिससे स्थानीय उत्पादों को बाजार के साथ ही महिलाओं को घर के पास ही रोजगार मिलता है.

पिछले कुछ सालों से महिलायें समूह के रुप से स्वरोजगार कर रही है. उत्पादन को समूह के आँफिस तक पहुंचाना और ग्रेडिंग और पैंकिंग में दर्जनों महिलाओं को रोजगार मिलता है.

बता दें कि कोरोना काल में पहाड़ की जड़ी-बूटियों की तेजी से मांग हुई जो लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार हुई. अब पहाड़ के लोगों को अपने घरों में ही स्वरोजगार का मौका मिलेगा और स्थानीय उत्पाद के बाजार मिलेगी.

बताया जा रहा है ‘हर्बल टी’ महिला हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है. वहीं ऐंठन दूर कर, मूड ठीक करने और सिरदर्द कम करने में भी फायदेमंद है.

साभार-न्यूज़ 18

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