खास है उत्तराखंड की यह लोक कला ‘ऐपण’

उत्तराखंड में कई लोक परंपरा मौजूद है. उसी में से एक है ऐपण. आज भी गांव के हर घर की चौखट, पूजाघर और दीवार पर आपको ऐपण की खूबसूरत डिजाइन दिखेगी. उत्तराखंड के लोग ऐपण को बेहद शुभ मानते हैं. घर में शादी हो और औरतें ऐपण ना बनाएं ये नहीं हो सकता. इसके अलावा दिवाली और अन्य त्यौहारों पर भी महिलाएं घर में ऐपण बनाती हैं.

ऐपण बनने के लिए गेरू तथा चावल के विस्वार का प्रयोग किया जाता है. गांव की महिलाएं आज भी विस्वार घर पर ही तैयार करती हैं. आप चाहें तो ऐपण के रेडीमेड स्टीकर भी बाज़ार से खरीद सकते हैं. ये आसानी से मार्केट में उपलब्ध हैं. हालांकि हाथ से बने ऐपण का मुकाबला ये स्टीकर शायद ही कभी कर पाएं.

बदलते ज़माने में युवा इस कला को भूलते जा रहे हैं. इसी बीच कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी सामने आई हैं जो लोगों को प्रशिक्षित कर ऐपण कला सिखा रही हैं.

मुख्य समाचार

न्यायमूर्ति बी.आर. गवई होंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश, 14 मई को लेंगे शपथ

भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर....

विज्ञापन

Topics

More

    न्यायमूर्ति बी.आर. गवई होंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश, 14 मई को लेंगे शपथ

    भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर....

    Related Articles