तमिलनाडु की राजनीति में मंगलवार को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। राज्य के मंत्री वी. सेंथिल बालाजी और के. पोनमुडी ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। दोनों नेताओं पर कानूनी मामलों और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप चल रहे हैं, जिसके चलते उन पर दबाव बढ़ता जा रहा था।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने तुरंत एक्शन लेते हुए कैबिनेट में फेरबदल किया और नए चेहरों को शामिल किया। बताया जा रहा है कि पार्टी की छवि को साफ-सुथरा बनाए रखने और विपक्ष के हमलों से बचाव के लिए यह कदम उठाया गया है।
सीएम स्टालिन ने खुद कुछ विभागों की जिम्मेदारी संभाली है और शेष मंत्रालयों का नए सिरे से आवंटन किया गया है। डीएमके सरकार इस बदलाव के जरिए प्रशासन को और मजबूत करने और जनता का भरोसा बरकरार रखने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह फेरबदल तमिलनाडु की राजनीति पर बड़ा असर डाल सकता है। विपक्षी पार्टियों ने भी इस कदम पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं और सरकार से और पारदर्शिता की मांग की है।