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तबाही का मंजर: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत से फिर मदद की गुहार लगाई, पीएम मोदी से की बात

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रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज तीसरा दिन है. अभी तक किसी भी देश में इन दोनों देशों के बीच युद्ध को रोकने के लिए कोई ठोस पहल नहीं की है. ‌शनिवार सुबह से रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में भारी बमबारी और गोले बरसा रहे हैं.

यूक्रेन की राजधानी समेत कई शहरों में अब रूस और यूक्रेन के सैनिकों की आमने सामने की लड़ाई भी शुरू हो चुकी है. यूक्रेन में तबाही का मंजर पसरा हुआ है. जंग के तीसरे दिन गोलीबारी जारी है.‌‌ कोनोटॉप में रूसी एयरक्राफ्ट ने धमाके किए हैं. अंदेशा जताया जा रहा है कि खारकीव एयरपोर्ट पर भी रूस हमला कर सकता है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कई देशों से लगातार फोन पर बात कर मदद की गुहार लगा रहे हैं. ‌

शनिवार शाम को जेलेंस्की ने पीएम मोदी से फोन पर बात की. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपील की है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत हमारा राजनीतिक समर्थन करे. जेलेंस्की ने पीएम मोदी को बताया कि इस समय रूस के एक लाख से अधिक सैनिक हमारी जमीन पर हैं.‌‌ वहीं दूसरी ओर रूस के साथ जारी युद्ध के बीच यूक्रेन से आम नागरिकों के पलायन का सिलसिला जारी है.

संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी के मुताबिक अब तक 1 लाख 20 हजार यूक्रेनी नागरिक देश छोड़कर जा चुके हैं. तीन दिनों के घमासान के बाद हुई झड़पों में सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं और पुलों, विद्यालयों और अपार्टमेंट की इमारतों को भारी नुकसान हुआ है.

वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन छोड़ने के अमेरिका के ऑफर को ठुकरा दिया है. उन्होंने साफ कहा कि हमें हथियार चाहिए, न की सवारी. दरअसल, आज अमेरिकी वायुसेना के तीन विमान रोमानिया हवाई क्षेत्र उड़ाने भरते देखे गए हैं. इन विमानों ने तीन घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी है.‌

इसमें एक पोलैंड हवाई क्षेत्र में ईंधन भरने वाला विमान है. बताया जा रहा है कि ये विमान रेस्क्यू के लिए अमेरिका की ओर से भेजा गया था. वहीं शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा. भारत, चीन और यूएई ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. हालांकि, रूस ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस निंदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया.



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