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पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार ने संसद में दिया जवाब, बाकी देशों का हवाला देते हुए दिया ये तर्क देते

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सांकेतिक फोटो

देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर लगातार सरकार की आलोचना हो रही है. विपक्षी नेता सड़कों से लेकर संसद तक इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से उठा रहे हैं.

इसी बीच अब एक बार फिर सरकार की तरफ से तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर सफाई दी गई है. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकसभा में दावा किया है कि बाकी देशों के मुकाबले भारत में तेल के दाम काफी कम बढ़े हैं.

तेल की बढ़ती कीमतों पर सरकार का बचाव करते हुए पेट्रोलियम मंत्री पुरी ने कहा कि, दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले भारत में तेल के दाम 1/10 बढ़े हैं. अगर अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक तेल की कीमतों की तुलना करें तो अमेरिका में ये 51%, कनाडा में 52%, यूके में 55%, फ्रांस में 50%, स्पेन में 58% दाम बढ़ाए गए. लेकिन भारत में महज 5% ही दाम बढ़े हैं.

पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में जुटा है. विपक्षी नेता कई बार संसद में इस मुद्दे को लेकर चर्चा का प्रस्ताव रख चुके हैं. लेकिन चर्चा नहीं हो पा रही है. जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही पर असर भी पड़ रहा है.

विपक्षी नेता लगातार महंगाई और तेल की कीमतों को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में भी इसे लेकर प्रदर्शन किया था. विपक्ष का आरोप है कि चुनावों तक सरकार ने तेल के दाम बढ़ने नहीं दिए और अब लगातार जनता की जेब खाली की जा रही है.

बता दें कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद तेल के दाम बढ़ने शुरू हुए. पिछले 15 दिनों में 13 बार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं. रोजाना कुछ पैसे की बढ़ोतरी हो रही है और अब तक करीब 9.20 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है.

तमाम बड़े शहरों में एक बार फिर पेट्रोल के दाम 100 का आंकड़ा पार कर चुके हैं. उधर दूसरी तरफ आम आदमी की रसोई पर भी असर पड़ा है, क्योंकि घरेलू एलपीजी की कीमतें भी बढ़ी हैं. फिलहाल सरकार इस मामले पर डिफेंसिव मोड में नजर आ रही है.



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