बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की राजनीति में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है. जन सुराज पार्टी (जसुपा) में इन दिनों विभिन्न दलों के नेताओं के जुड़ने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में रविवार को जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव एवं डुमरांव विधानसभा के प्रभारी रह चुके राजेश सिंह कुशवाहा अपने समर्थकों के साथ जसुपा में शामिल हो गए.
जसुपा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने उन्हें और उनके समर्थकों का पार्टी में स्वागत किया. इस मौके पर राजेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि अब बिहार बदलाव चाहता है और जनता की निगाहें प्रशांत किशोर की ओर टिकी हैं. उन्होंने कहा कि वे जसुपा की विचारधारा को आगे बढ़ाने और राज्य में नई राजनीति की दिशा देने के लिए काम करेंगे.
राजेश सिंह कुशवाहा के साथ रवि नारायण सिंह, मनीष यादव, मंटू कुशवाहा, विकास पांडेय, मुन्नी ठाकुर, मुन्ना पासवान और अविनाश झा सहित कई नेता और कार्यकर्ता भी जसुपा के पाले में आ गए. इससे पार्टी को डुमरांव सहित आसपास के क्षेत्रों में मजबूती मिलने की संभावना जताई जा रही है.
वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने भी चुनावी तैयारी को गति दे दी है. रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी का दृष्टि पत्र (घोषणापत्र) तैयार करने के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया. समिति के संयोजक व्यवसायी आयोग के अध्यक्ष सुरेश रूंगटा बनाए गए हैं.
समिति में भाजपा ने पार्टी के कई वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को शामिल किया है. इनमें सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार, राज्यसभा सदस्य मनन मिश्र और डॉ. भीम सिंह, विधान परिषद सदस्य निवेदिता सिंह और देवेश कुमार शामिल हैं. इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा, राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष अमिता भूषण राठौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पाठक, अजीत चौधरी, सीता सिन्हा और सुनील राम को भी जगह दी गई है.
यह समिति बिहार के विभिन्न वर्गों की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दृष्टि पत्र तैयार करेगी. माना जा रहा है कि भाजपा इस दृष्टि पत्र के जरिए युवाओं, किसानों, महिलाओं और व्यवसायियों को साधने की कोशिश करेगी.