यूपी के कई इलाकों में कांवड़ यात्रा के चलते मीट की दुकानें बंद कराए जाने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कटाक्ष किया है. उन्होंने बुधवार (12 जुलाई) को ट्वीट कर कहा, “सड़क पर नमाज अदा करो तो एफआईआर हो जाती है, लेकिन कांवड़ यात्रा के लिए मीट की दुकानें बंद करवा दी गई हैं.”
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “धार्मिक भावनाओं के नाम पर रोजगार का हक छीन लेना शर्मनाक बात है.” उन्होंने इस यूसीसी (UCC) से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए सवाल किया कि क्या एक देश में दो कानून नहीं हैं? आपकी ‘समान नागरिकता’ की बातें ढोंग हैं.”
ओवैसी ने अपने ट्वीट में एक न्यूज आर्टिकल का लिंक भी शेयर किया है. इसमें मीट की दुकानों को ढका हुआ दिखाया गया है. न्यूज आर्टिकल की हेडलाइन में लिखा है, “उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा के चलते मीट की दुकान बंद. हिंदू तीर्थयात्री की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.”
इससे पहले भी उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर ट्वीट करते हुए कहा था कि यूसीसी से सबसे ज्यादा तकलीफ हिंदुओं को होगी. यूसीसी से हिंदू भाइयों के बहुत सारे अधिकार छीन लिए जाएंगे, जिस में विवाह अधिनियम के साथ-साथ और भी बहुत सारे समाज और मजहबी रिवाज शामिल हैं.”
ओवैसी के इस बयान को लेकर अब गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. उनका यह बयान शर्मनाक है.
कांवड़ यात्रा की जिक्र कर ओवैसी ने किया कटाक्ष, ‘सड़क पर नमाज़ अदा करो तो एफआईआर हो जाती है, लेकिन…’
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