देहरादून से एक दिल को छू लेने वाली खबर सामने आई है, जहां उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की सतर्कता और Meta (पूर्व में फेसबुक) की त्वरित सूचना साझेदारी ने एक व्यक्ति को आत्महत्या करने से बचा लिया। यह मामला रविवार देर रात का है, जब एक युवक ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या का इशारा करते हुए एक भावनात्मक पोस्ट डाली थी।
Meta की निगरानी टीम ने उस पोस्ट को गंभीरता से लिया और तुरंत उत्तराखंड एसटीएफ को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही एसटीएफ की साइबर सेल ने तकनीकी माध्यमों से युवक की लोकेशन ट्रैक की और स्थानीय पुलिस के सहयोग से समय रहते उस तक पहुंच गई। पुलिस को मौके पर पाकर युवक भावुक हो गया और अपने जीवन को लेकर चल रहे मानसिक दबाव और पारिवारिक समस्याओं को साझा किया।
पुलिस और एसटीएफ की टीम ने न सिर्फ उसकी जान बचाई, बल्कि काउंसलिंग की मदद से उसका मनोबल भी बढ़ाया। युवक को परिजनों के हवाले कर दिया गया है और अब उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
यह घटना न केवल एसटीएफ की तत्परता का उदाहरण है, बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी और तकनीकी सहयोग से संभावित त्रासदी को रोकने की मिसाल भी है।