कोटद्वार में जंगली मशरूम बना ज़हर: सब्जी खाने से सात नेपाली श्रमिकों की हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती

उत्तराखंड के कोटद्वार में जंगली मशरूम से बनी सब्जी खाने के बाद सात नेपाली श्रमिकों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ये श्रमिक जंगल से इकट्ठे मशरूम का उपयोग कर रसोई में सब्जी बना रहे थे, लेकिन जहर निकलने की वजह से उन्हें उल्टियाँ, पेट दर्द और बहुत अधिक कमजोरी महसूस हुई ।

मॉनसून सीज़न के दौरान फंगल विषाक्तता के मामले बढ़ जाते हैं, क्योंकि जंगल में जंगली मशरूम तेजी से फैलते हैं और अक्सर सामान्य खाने योग्य मशरूम से पहचान में मुश्किल होती है । डॉ. राकेश घिमिरे, त्रिभुवन यूनिवर्सिटी, काठमांडू के अनुसार, “जंगली मशरूम खाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्या या मौत तक की संभावना 50‑50 रहती है” ।

स्थानीय अस्पताल में भर्ती श्रमिकों को तुरंत IV फ्लूइड, एंटीवॉमिटिक और इलाज मुहैया कराया गया। उनमें से चार की हालत स्थिर है, जबकि तीन की हालत अभी भी चिंताजनक बताई जा रही है । स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता अभियान तेज करने का निर्णय लिया है ताकि ग्रामीण इलाकों में मशरूम की पहचान और सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

विशेषज्ञों का कहना है कि मशरूम पकाने से विषाक्त तत्व खत्म नहीं होते, क्योंकिं कई जहर गर्मी‑प्रतिरोधक होते हैं, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि कोई भी जंगली मशरूम तभी खाएं जब आप उसे 100% पहचान सकें । राज्य प्रशासन ने आगे इसी तरह के हादसों से बचने के लिए वन क्षेत्रों में चेतावनी संकेत और स्वास्थ्य शिविर लगाए जाने का ऐलान किया है।

यह घटना स्थानीय निवासियों व श्रमिकों को सतर्क करती है कि जंगलों में उपलब्ध मशरूम को लेकर लापरवाही बेहद खतरनाक हो सकती है — समय रहते इलाज, जागरूकता और सतर्कता से ही ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।

मुख्य समाचार

सीबीआई को मिली बड़ी कामयाबी, दो दशक बाद भारत लाई गई मोनिका कपूर

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार 9 जुलाई को...

उत्तराखंड में सख्त भू-कानून का असर: बड़ी कार्रवाई में तीन हेक्टेयर ज़मीन कब्जे से मुक्त

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्त भू‑कानून...

Topics

More

    सीबीआई को मिली बड़ी कामयाबी, दो दशक बाद भारत लाई गई मोनिका कपूर

    केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार 9 जुलाई को...

    Related Articles