लोकसभा चुनाव: उत्तराखंड की दो हॉट सीट, दिलचस्प है यहां का इतिहास

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर धीरे-धीरे सियासी पारा हाई होता जा रहा है. पहले चरण के लिए मतदान का वक्त भी नजदीक आ गया है. 19 अप्रैल को 102 सीट पर वोट पड़ने वाले हैं. यह वोट देश के 21 राज्यों में पड़ेंगे. इनमें से एक राज्य है उत्तराखंड. पहाड़ की सर्द हवाएं भी इन दिनों राजनीतिक हलचलों से गर्म हो चली हैं. राजनीतिक दलों के स्टार प्रचार यहां पर तूफानी प्रचार में जुटे हैं. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड में पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनावी रैलियों को संबोधित किया.

वैसे तो उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीट हैं. लेकिन इनमें से दो सीटें काफी खास हैं. या यूं कहें कि ये दोनों हॉट सीट हैं. इन सीटों पर मुख्यमंत्री स्तर के नेताओं की साथ दांव पर होती है. ये दोनों सीट हैं हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल.

इन दो हॉट सीट से कौन-कौन चुनावी मैदान में
उत्तराखंड की दो हॉट सीट यानी हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल का इतिहास काफी दिलचस्प है. भारतीय जनता पार्टी ने इन दोनों सीटों से सीटिंग एमपी यानी सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है. हरिद्वार से जहां त्रिवेंद्र सिंह रावत चुनाव लड़ रहे हैं वहीं इनकी मुकाबला कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम हरिश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत से होगा जबकि पौड़ी गढ़वाल सीट से अनिल बलूनी चुनावी मैदान में हैं. इनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल से होगा. हालांकि पौड़ी गढ़वाल सीट से कुल 13 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

क्या है हरिद्वार सीट का इतिहास
धर्मनगरी हरिद्वार सीट शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी के लिए गढ़ के रूप में देखा जाता है. यहां से बीजेपी कई बार जीत दर्ज कर विरोधियों को सीधा जवाब दिया है. 90 के दशक से इक्का-दुक्का मौके छोड़े दिए जाएं तो ज्यादातर मौकों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है.

हरिद्वार 1977 में बना लोकसभा सीट
हरिद्वार के लोकसभा सीट के रूप में अस्तित्व आने वाला वर्ष 1977 था. इस दौरान तात्कालिन प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का मजबूत पैठ इस इलाके में थी. यही वजह है कि 1977 में हुआ इस सीट का पहला चुनाव भी लोकदल के नाम ही रहा. इसके बाद 1980 में यह सीट जनता पार्टी के खाते में चली गई. लेकिन राजनीति में कुछ स्थायी नहीं रहता लिहाजा अगले ही चुनाव यानी 1984 में यह सीट बदलते समीकरणों के साथ कांग्रेस की झोली में चली गई. इसके बाद 1987 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और वह भी कांग्रेस के पक्ष में ही रहे. धर्मनगरी पर कांग्रेस ने 1989 तक अपना वर्चस्व कायम रखा.

1991 में भाजपा ने चखा जीत का स्वाद
हरिद्वार सीट पर 1991 में भारतीय जनता पार्टी ने भी जीत का स्वाद चखा यानी ये सीट कांग्रेस की झोली से निकलकर बीजेपी के आंगन में आ गई. इसकी बड़ी वजह थी राम सिंह सैनी का कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होना. इसके साथ ही हरिद्वार की सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व भी हो गई. इसके बाद बीजेपी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पार्टी के कद्दावर नेता हरपाल साथी ने यहां से एक के बाद एक तीन बार लगातार चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बना डाला.

2004 में सपा को मिला मौका
1991 के बाद बीजेपी के विजयी रथ को समाजवादी पार्टी ने रोकने में कामयाबी हासिल की. 2004 में सपा इस सीट पर जीत दर्ज कर ये सीट बीजेपी से छीन ली. इसके बाद 2009 में कांग्रेस के हरिश रावत ने भी इस सीट पर चुनाव जीतकर इसे दोबारा कांग्रेस के पाले में ला दिया. कुल मिलाकर इस सीट से 6 बार बीजेपी और चार बार कांग्रेस जीत दर्ज कर चुकी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से रमेश पोखरियाल निशंक 665674 वोट से जीत दर्ज की थी.

Related Articles

Latest Articles

बदली यूजीसी नेट परीक्षा की तारीख, अब इस दिन होगी परीक्षा

0
इस साल होने वाली यूजीसी नेट परीक्षा की तारीख को बदल दिया गया है. इस परीक्षा का आयोजन अब 18 जून को किया जाएगा....

देहरादून: मसूरी से दर्दनाक हादसे की खबर, खाई में गिरी कार-तीन की मौत

0
देहरादून| मसूरी से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आ रही है. सोमवार को हाथी पांव रोड के पास एक कार खाई में गिर गई....

लखनऊ में केंद्रीय मंत्री स्मृति के रोड शो के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता, पुलिस ने...

0
सोमवार को अमेठी में केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी स्मृति जूबिन ईरानी के नामांकन के लिए आयोजित किए गए रोड शो के दौरान भाजपा...

अमित शाह के एडिटेड वीडियो मामले में पुलिस का एक्शन, तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी...

0
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर करने को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. अब इस मामले...

रुड़की में चलती ट्रेन में चढ़ते समय गिरा युवक महिला कांस्टेबल ने जान पर...

0
लक्सर रेलवे स्टेशन पर एक युवक के ट्रेन में चढ़ते समय उसका पैर फिसलते ही उसने अपना संतुलन खो दिया और ट्रैक पर गिर...

सीएम योगी ने खुद संभाली ट्रैफिक की कमान, देखें वीडियो

0
देश की 18वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में चुनाव हो रहा है. दो चरण के मतदान के बाद अब बारी तीसरे चरण की...

टी20 विश्व कप के लिए टीम चुनने से पहले अगरकर के सामने चुनौतियां, अब...

0
टी20 विश्व कप 2024 के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने एक मई का अंतिम समय तय किया है, और सिर्फ दो दिन बचे...

सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता और मंत्री आतिशी उनसे मिलने पहुंची तिहाड़ जेल, बीती...

0
दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता और मंत्री आतिशी कल उनसे मुलाकात के लिए तिहाड़ जेल में पहुंचीं थीं, परन्तु तिहाड़ प्रशासन ने...

चार धाम यात्रा 2024: हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग खत्म, जानिए कब से मिलेंगे दर्शन

0
चार धाम यात्रा के द्वार खुलने वाले हैं. इससे पहले श्रद्धालुओं के अंदर कौतुहल देखने को मिल रहा है. यह यात्रा 10 मई से...

आखिर हर साल गर्मियों में उत्तराखंड के जंगलों में क्यों लगती है भीषण आग!...

0
नैनीताल| उत्तराखंड के जंगलों में गर्मियों में आग लगने से हर साल बेशकीमती वन संपदा राख हो जाती है. आग बुझाने के नाम पर...