पड़ोसी देश पाकिस्तान ने हमेशा से ही आतंकवाद को अपना हथियार बना रखा है. पाकिस्तान शुरू से ही अपने इस हथियार का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता आया है. पहलगाम हमला इसका ताजा उदाहरण है. भारत ने पूरी दुनिया में जा-जाकर इसका सबूत दिया है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने पाकिस्तान की धज्जियां उड़ा दी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकवादियों को बढ़ावा दे रहा है. पाकिस्तान के आतंकवादियों ने पहलगाम में जो आतंक बरपाया है. पूरी दुनिया उसे अब तक नहीं भूल पाई है. 26 निर्दोषों की हत्या की गई थी.
हरीश ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को ट्रेनिंग और फंडिंग दे रहा है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकियों के अड्डों पर हमला किया और उनको मार गिराया. पाकिस्तान ने ऑपरेशन में मारे गए लोगों को राजकीय सम्मान दिया. हरीश ने कहा कि अब वक्त आ गया है, जब संयुक्त राष्ट्र के हर एक देश आतंकियों और उसके स्टेट स्पॉन्सर को बढ़ावा देने के लिए अपनी राजनीतिक हिचक को दूर करके जिम्मेदार ठहराएं. आतंकवाद को सीमा पार यानी पाकिस्तान से पूर्ण समर्थन है. पाकिस्तान अफगानिस्तानी सीमा पर भी हमला कर रहा है, जिसका असर साफ तौर पर अफगान बच्चों पर पड़ रहा है.
सोमवार यानी 23 जून को भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी की ओर से जारी एक बयान की कड़ी निंदा की. ओआईसी ने एक बार फिर से पाकिस्तान के दावे के अनुसार ही जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाते हुए बयान जारी किया था. ओआईसी ने अपने बयान में भारत को कटघरे में खड़ा किया था. ओआईसी की इस हरकत पर भारत ने आपत्ति जताई और दो टूक कहा कि ओआईसी पाकिस्तान के प्रभाव में न आए और भारत के खिलाफ झूठा और फैक्चुअली गलत बयान न दे. बता दें, दुनिया भर के अधिकतर मुस्लिम देश ही शामिल है. पाकिस्तान लंबे वक्त से इस अंतरराष्ट्रीय मंच का इस्तेमाल भारत विरोधी प्रोपेगैंडा को फैलाने के लिए कर रहा है.