दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दक्षिण-पश्चिम जिले से 18 अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 5 पुरुष खुद को किन्नर (ट्रांसजेंडर) बताकर वर्षों से दिल्ली में छिपे हुए थे। यह कार्रवाई दिल्ली के नजफगढ़, सागरपुर और द्वारका इलाकों में की गई।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बिना वैध दस्तावेजों के भारत में घुसे थे और यहां अलग-अलग क्षेत्रों में घरेलू काम, भीख मांगने और अन्य छोटी-मोटी नौकरियों में लगे थे। इनमें से कुछ ने फर्जी पहचान पत्र भी बनवा लिए थे और लंबे समय से स्थानीय समुदाय में घुल-मिलकर रह रहे थे। खासतौर पर जो पुरुष खुद को किन्नर बताकर रह रहे थे, वे जांच एजेंसियों से बचने के लिए यह तरीका अपना रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने इन सभी पर विदेशी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और इनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि के लिए संबंधित एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही, इन्हें जल्द ही डिटेंशन सेंटर भेजकर निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
यह मामला दिल्ली में अवैध घुसपैठ और पहचान छिपाकर रहने की गंभीर चुनौती को उजागर करता है।