बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है. उन्होंने ऐलान किया है कि अब से शिक्षक बहाली में बिहार के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी. आपको बता दें कि यह डोमिसाइल (स्थानीयता) नीति चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (TRE-4) से ही लागू होगी. मुख्यमंत्री ने इस फैसले की जानकारी सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. अब तक बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है कि बहाली के नियमों में बदलाव कर स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाए.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि TRE-4 परीक्षा 2025 में आयोजित होगी, जबकि पांचवें चरण की बहाली (TRE-5) 2026 में होगी. TRE-5 से पहले माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) कराई जाएगी, ताकि योग्य उम्मीदवारों को ही मौका मिल सके.
इस फैसले से छात्र संगठनों में खुशी की लहर है. बता दें कि छात्र लंबे समय से शिक्षक बहाली में डोमिसाइल लागू करने की मांग कर रहे थे. कई बार पटना की सड़कों पर प्रदर्शन भी हुए थे. छात्रों का कहना था कि अन्य राज्यों के उम्मीदवार बड़ी संख्या में आवेदन कर रहे हैं, जिससे बिहार के स्थानीय अभ्यर्थियों को नुकसान हो रहा है. अब अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि TRE-4 और TRE-5 की प्रक्रिया समय पर पूरी की जाएगी ताकि उनका इंतजार और न बढ़े.