आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम कूटनीतिक कदम उठाया है. इस प्रयास के तहत एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अगले हफ्ते अमेरिका और यूरोप का दौरा करेगा, जिसकी अगुवाई कांग्रेस सांसद और विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर करेंगे. दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस से हाल ही में नाराजगी झेलने वाले थरूर को सरकार ने यह बड़ी जिम्मेदारी दी है.
इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करना और वैश्विक समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित करना है.
विपक्ष के बड़े चेहरे भी शामिल
प्रतिनिधिमंडल में सत्ताधारी दल के साथ-साथ विपक्ष के प्रमुख नेताओं को भी शामिल किया गया है. इसमें सलमान खुर्शीद, असदुद्दीन ओवैसी, कनिमोझी, गुलाम नबी आज़ाद, प्रियांका चतुर्वेदी, सुप्रिया सुले और मनीष तिवारी जैसे नेता शामिल हैं. जहां सलमान खुर्शीद जापान का दौरा करेंगे, वहीं शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे यूएई और कुछ अफ्रीकी देशों की यात्रा पर जाएंगे.
पाकिस्तान को दुनिया में एक्सोप करेंगे ये लीडर्स
निशिकांत दुबे
रवि शंकर प्रसाद
बांसुरी स्वराज
अनुराग ठाकुर
समीप भट्टाचार्य
दग्गुबाती पुरंदेश्वरी
एसएस आहलूवालिया
श्रीकांत शिंदे
सुप्रिया सुले
प्रियांका चतुर्वेदी
सस्मित पात्र
विक्रमजीत साहनी
शशि थरूर
सलमान खुर्शीद
कनिमोझी
जॉन ब्रिटास
असदुद्दीन ओवैसी
गुलाम नबी आज़ाद
मनीष तिवारी
एमजे अकबर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया था. अब सरकार ने कूटनीतिक मोर्चे पर भी हमला बोलते हुए यह वैश्विक रणनीति अपनाई है. इस अभियान के तहत अमेरिका, यूरोप, जापान, यूएई, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और यूके जैसे क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है, जहां ये सांसद लगभग 10 दिनों के दौरे पर जाएंगे.
पाकिस्तान दुनिया के लिए खतरा है
इस पहल को मोदी सरकार की एक महत्वपूर्ण वैश्विक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य दुनिया को यह बताना है कि पाकिस्तान की धरती पर पनपने वाला आतंकवाद अब केवल भारत की समस्या नहीं, बल्कि वैश्विक खतरा है.